इस विधि से मात्र 100 किलो गोबर से 90-100 दिनों में 3000 किलो कम्पोस्ट खाद तैयार किया जा सकता है. वे बताते हैं कि इस खाद को बनाने के लिए 20 फीसदी वनस्पतिक पदार्थ और चूल्हे की राख, 50 प्रतिशत गोबर और 30 फीसदी खेत की मिट्टी की जरूरत होती है
घर पर खाद बनाने और बेचकर पैसे कमाने की स्टेप-बाय-स्टेप गाइड:
चरण 1: खाद बनाने की तैयारी
- सामग्री इकट्ठा करें:
- हरा कचरा (नाइट्रोजन युक्त): फल-सब्जियों के छिलके, चायपत्ती, हरी पत्तियाँ, घास।
- भूरा कचरा (कार्बन युक्त): सूखे पत्ते, लकड़ी के बुरादे, कार्डबोर्ड, अखबार।
- अन्य: गोबर, राख, या EM (Effective Microorganisms) कल्चर (वैकल्पिक)।
- स्थान चुनें:
- छायादार जगह पर गड्ढा (3×3 फीट) बनाएँ या प्लास्टिक/लकड़ी का कंटेनर उपयोग करें।
चरण 2: खाद बनाने की प्रक्रिया
- परतें बनाएँ:
- पहली परत: मोटे भूरे कचरे (सूखे पत्ते) की।
- दूसरी परत: हरा कचरा (किचन वेस्ट) और गोबर।
- इसके बाद पानी छिड़कें और EM कल्चर डालें (तेजी से कंपोस्टिंग के लिए)।
- परतों को 2:1 के अनुपात में (भूरा:हरा) दोहराएँ।
- खाद का रखरखाव:
- हवा दें: हर 7-10 दिन में खाद को पलटें (ऑक्सीजन मिलेगा)।
- नमी बनाए रखें: सूखने पर पानी छिड़कें (नम रखें, गीला नहीं)।
- तापमान: 40-60°C तक गर्मी हो तो बैक्टीरिया सक्रिय रहेंगे।
- खाद तैयार होने का समय:
- 2-3 महीने में खाद तैयार हो जाएगी। पकी खाद गहरे रंग की, मुलायम और मिट्टी जैसी गंध वाली होती है।
चरण 3: खाद की गुणवत्ता जाँच
- भौतिक जाँच:
- कोई अप्रिय गंध नहीं, दानेदार बनावट।
- पीएच टेस्ट:
- पीएच 6.5-8.5 के बीच होना चाहिए (टेस्ट किट या स्थानीय कृषि केंद्र से जाँचें)।
चरण 4: खाद बेचने की तैयारी
- पैकेजिंग:
- पॉलीथिन बैग, जूट के थैले, या रिसाइकल्ड पैकिंग में 1 किलो, 5 किलो, या 10 किलो के पैक बनाएँ।
- लेबल पर “ऑर्गेनिक कंपोस्ट” और अपना नाम/संपर्क लिखें।
- मूल्य निर्धारण:
- लागत (कच्चा माल, श्रम, पैकेजिंग) और बाजार कीमत के आधार पर तय करें। उदाहरण: ₹10-20 प्रति किलो।
चरण 5: बिक्री के चैनल
- स्थानीय बाजार:
- किसान मेलों, सब्जी मंडी, या नर्सरियों में बेचें।
- ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म:
- ऑलिव गार्डन, Amazon, या सोशल मीडिया (Facebook/WhatsApp) पर प्रचार करें।
- ग्राहकों को टारगेट करें:
- घरेलू गार्डनर्स, ऑर्गेनिक फार्मर्स, फ्लोरिस्ट्स, और टेरेस गार्डन वाले लोग।
चरण 6: मार्केटिंग टिप्स
- फ्री सैंपल दें:
- शुरुआत में लोगों को निशुल्क नमूने देकर विश्वास जीतें।
- शिक्षा से जुड़ें:
- वर्कशॉप आयोजित करके कंपोस्ट के फायदे बताएँ और अपना उत्पाद प्रमोट करें।
- ब्रांडिंग:
- अपनी खाद का नाम रखें (जैसे “ग्रीन गोल्ड कंपोस्ट”) और इको-फ्रेंडली इमेज बनाएँ।
चरण 7: लाभ बढ़ाने के उपाय
- बल्क प्रोडक्शन:
- बड़े होटल/रेस्तरां से किचन वेस्ट लेकर लागत कम करें।
- प्रमाणन:
- ऑर्गेनिक प्रमाणन (जैसे NPOP) लेकर कीमत बढ़ाएँ।
- विविध उत्पाद:
- वर्मीकम्पोस्ट या गोबर खाद भी बनाकर रेंज बढ़ाएँ।
अंतिम टिप्स:
- गुणवत्ता पर कभी समझौता न करें।
- ग्राहक फीडबैक लेते रहें और उनकी जरूरत के हिसाब से खाद में सुधार करें।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
Q1. खाद बनने में कितना समय लगता है?
- सामान्य कम्पोस्ट: 3-6 महीने।
- वर्मीकम्पोस्ट: 1-2 महीने।
Q2. खाद से बदबू आती है, क्या करें?
- हरे कचरे (जैसे फल) की मात्रा कम करें और पलटने की फ्रीक्वेंसी बढ़ाएँ।
Q3. क्या प्लास्टिक/काँच कम्पोस्ट किया जा सकता है?
- नहीं! केवल जैविक कचरा ही डालें।
Q4. खाद का उपयोग कैसे करें?
- पौधों/खेत में मिट्टी के साथ मिलाएँ (1:4 अनुपात)।
Q5. बड़े पैमाने पर खाद बनाने के लिए टिप्स?
- कम्युनिटी कम्पोस्टिंग प्रोजेक्ट शुरू करें या सरकारी सब्सिडी के लिए आवेदन करें।
Q6. मुनाफा कितना हो सकता है?
- 1 टन कचरे से 200-300 kg खाद मिलती है, जिससे 5,000-10,000 रुपये तक कमाए जा सकते हैं।
इस तरह किसान घर पर कम लागत में खाद बनाकर अतिरिक्त आय प्राप्त कर सकते हैं और पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान दे सकते हैं! 🌱💚